नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने शैक्षणिक सत्र 2026-27 से कक्षा 9 के छात्रों के लिए ओपन बुक असेसमेंट (Open Book Assessment) लागू करने का फैसला लिया है। यह निर्णय जून 2025 में हुई बोर्ड की बैठक में लिया गया, जिसका मकसद छात्रों की रटने की आदत खत्म कर उनकी समझ, आलोचनात्मक सोच और विश्लेषण क्षमता को बढ़ाना है।
किन विषयों में लागू होगा ओपन बुक एग्जाम
सीबीएसई ने बताया कि यह पद्धति भाषा, गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान जैसे विषयों में लागू होगी। यह मूल्यांकन प्रत्येक सत्र में होने वाले तीन पेन-पेपर टेस्ट का हिस्सा होगा। परीक्षा के दौरान छात्रों को अपनी किताबें परीक्षा हॉल में ले जाने की अनुमति होगी, ताकि वे उत्तर देने के लिए सामग्री का संदर्भ ले सकें।
नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क से मेल
यह कदम नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क फॉर स्कूल एजुकेशन 2023 की सिफारिशों के अनुरूप है, जो योग्यता-आधारित शिक्षा पर जोर देता है। सीबीएसई का मानना है कि इससे छात्रों में विषय की गहरी समझ विकसित होगी और वे वास्तविक जीवन में ज्ञान का उपयोग करना सीखेंगे।
पायलट प्रोजेक्ट के बाद लिया गया निर्णय
इस फैसले से पहले बोर्ड ने पायलट अध्ययन किया, जिसमें अतिरिक्त पठन सामग्री का इस्तेमाल नहीं किया गया और पाठ्यक्रम आधारित विषयों का मूल्यांकन हुआ। नतीजों में छात्रों के अंक 12% से 47% के बीच रहे। गुणवत्ता बनाए रखने के लिए सीबीएसई सैंपल पेपर भी जारी करेगा, ताकि छात्र पहले से तैयारी कर सकें।
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