उत्तर प्रदेश में बिजली की नई दरों को लेकर बड़ा बदलाव हो सकता है। पावर कॉरपोरेशन द्वारा भेजे गए प्रस्ताव के अनुसार, यदि इसे मंजूरी मिल जाती है तो इलेक्ट्रिक वाहन (EV) चार्जिंग की लागत बढ़ सकती है। इस स्थिति में उपभोक्ताओं को या तो ज्यादा दरों पर बिजली का भुगतान करना होगा या फिर ईवी चार्जिंग के लिए अलग कनेक्शन लेना पड़ेगा।
सुनवाई की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और अब नियामक आयोग प्रस्ताव की समीक्षा कर रहा है। कॉरपोरेशन ने सुझाव दिया है कि घरेलू बिजली की दरें बढ़ाई जाएं जबकि ईवी चार्जिंग दरें फिलहाल पूर्ववत रखी जाएं। अब तक घरेलू बिजली और ईवी चार्जिंग दरें लगभग समान थीं, जिसके चलते लोग घर की बिजली से ही वाहन चार्ज कर लेते थे। लेकिन यदि नया प्रस्ताव लागू हुआ तो घरेलू बिजली महंगी होने से ईवी चार्जिंग का खर्च भी बढ़ जाएगा।
प्रस्ताव के अनुसार ईवी चार्जिंग पर कोई फिक्स्ड कॉस्ट नहीं होगी। दरें मकानों के लिए 5.90 रुपये प्रति यूनिट और बहुमंजिला भवनों के लिए 6.20 रुपये प्रति यूनिट रहेंगी। वहीं घरेलू बिजली की दरें 4 रुपये से बढ़ाकर 9 रुपये प्रति यूनिट और फिक्स्ड कॉस्ट 110 से बढ़ाकर 190 रुपये तक करने का सुझाव दिया गया है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि घरेलू बिजली की अधिकतम दरें 12 से 13 रुपये प्रति यूनिट तक पहुंच सकती हैं।
राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद ने इस प्रस्ताव का विरोध करते हुए कहा है कि इससे इलेक्ट्रिक वाहन मालिकों को अनिवार्य रूप से अलग कनेक्शन लेना पड़ेगा। परिषद का दावा है कि उपभोक्ताओं के हित में यह प्रस्ताव खारिज कर दिया जाएगा।
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