आजमगढ़। शैक्षिक सत्र 2025-26 की शुरुआत के साथ ही जिले में हाउसहोल्ड सर्वे का अभियान चलाया जाएगा। इसका उद्देश्य है, ऐसे बच्चों की पहचान करना जो अभी स्कूल से बाहर हैं और उन्हें पुनः विद्यालय में नामांकित कराना।
बीएसए राजीव कुमार पाठक ने बताया कि इस सर्वे में शिक्षामित्रों, अनुदेशकों और अध्यापकों की जिम्मेदारी तय की गई है, जबकि शहरी क्षेत्रों में डायट प्रशिक्षु यह कार्य करेंगे। सर्वे के दौरान मिले बच्चों का तत्काल नामांकन कर शारदा पोर्टल पर डाटा अपलोड किया जाएगा।
पिछले शैक्षिक वर्ष 2024-25 में जिले में 264 बच्चे आउट ऑफ स्कूल के रूप में चिह्नित हुए थे। इस बार अभियान को और सख्ती से लागू करने की तैयारी है। बीएसए के अनुसार, प्रधानाध्यापक को यह सुनिश्चित करना होगा कि स्कूल स्टाफ अपने-अपने सेवा क्षेत्र के गांव, मोहल्लों, वार्ड और बस्तियों में हर घर का सर्वे करें।
नोडल अध्यापक और प्रधानाध्यापक की देखरेख में आउट ऑफ स्कूल बच्चों की पहचान और नामांकन का कार्य संपन्न होगा। बीईओ को कम से कम 30 गांवों का दौरा कर सर्वे की क्रॉस-चेकिंग करनी होगी। इसके अलावा, सर्वे प्रपत्र के लिए प्रत्येक विद्यालय को ₹324 की धनराशि का प्रावधान किया गया है।
▼यहाँ पर आप हमें टिप्पणी/कमेन्ट कर सकते हैं। ▼