प्रयागराज। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में बीएलओ ड्यूटी को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। ग्राम पंचायत स्तर पर चयनित शिक्षामित्र, रोजगार सेवक, आंगनबाड़ी व आशा कार्यकर्ताओं को बीएलओ बनाया जा रहा है, जबकि इनका परिवार उसी ग्रामसभा में निवास करता है।
शिक्षामित्रों का कहना है कि यदि ऐसे हालात में कोई परिजन या सजातीय व्यक्ति चुनाव लड़ रहा है, तो उन पर वोट बढ़ाने या घटाने के आरोप लग सकते हैं। यहां तक कि झूठे मुकदमे झेलने की नौबत भी आ सकती है।
प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष वसीम अहमद ने इस मुद्दे पर राज्य निर्वाचन आयोग, मुख्य सचिव, मंडलायुक्त और जिलाधिकारी को पत्र भेजकर मांग की है कि ग्राम पंचायत के अधीन अस्थायी कर्मियों की ड्यूटी बीएलओ के रूप में न लगाई जाए। साथ ही चेतावनी दी है कि यदि मांग पूरी नहीं हुई तो बीएलओ ड्यूटी का बहिष्कार किया जाएगा।
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