फर्रुखाबाद। जिले के जर्जर स्कूल भवनों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंभीरता दिखाते हुए अधिकारियों से विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। मुख्यमंत्री कार्यालय से पत्र आने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्र के जर्जर विद्यालयों की सूची तत्काल उपलब्ध कराएं।
सूत्रों के अनुसार, हाल ही में अमर उजाला ने 25 जुलाई को जर्जर स्कूलों और खतरनाक भवनों पर रिपोर्ट प्रकाशित की थी। खबर में पल-पल खतरे के साए में पढ़ते बच्चों का मुद्दा उठाया गया था, जिसके बाद मुख्यमंत्री ने इस पर संज्ञान लिया।
जिलाधिकारी ने बीएसए को पत्र भेजकर निर्देशित किया कि सभी जर्जर भवनों की जानकारी संकलित की जाए और नीलामी प्रक्रिया भी तेजी से पूरी की जाए। इस बीच, एलआईयू और इंटेलिजेंस टीम ने भी बीएसए कार्यालय पहुंचकर भवनों की स्थिति की जानकारी ली।
प्रभारी बीएसए अनुपम अवस्थी ने बीईओ शमसाबाद को नोटिस जारी करते हुए प्राथमिक विद्यालय दलेलनगज के जर्जर भवन की नीलामी न होने के मामले में कारण सहित स्पष्टीकरण मांगा है। उन्होंने साफ निर्देश दिए कि जर्जर भवनों में बच्चों को न बैठाया जाए और उनके पास जाने से भी रोका जाए।
मुख्य बातें:
सभी जर्जर स्कूल भवनों की सूची तैयार हो रही है।
नीलामी प्रक्रिया जल्द पूरी होगी।
बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता।
लापरवाही पर अधिकारियों से जवाब तलब।
यह कार्रवाई जिले में शिक्षा व्यवस्था और बच्चों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन की गंभीरता को दर्शाती है।
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